सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभा कक्ष में समय सीमा की बैठक का आयोजन कलेक्टर नर्मदापुरम सोनिया मीना की अध्यक्षता में किया गया। कलेक्टर ने, टीएल शिकायत की लंबित शिकायत आदि की विभागवार समीक्षा का संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
कलेक्टर सोनिया मीना ने सर्वप्रथम सभी अधिकारियों को अपने-अपने विभाग अंतर्गत लंबित टी.एल शिकायत जिनका लंबे समय से निराकरण नहीं हुआ है उनको एक सप्ताह के भीतर निराकृत कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया है। बैठक में मां नर्मदा नदी के समीप अवैध निर्माण के संबंध में प्राप्त शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए सीएमओ एवं राजस्व विभाग को निर्देशित किया है कि नियमानुसार अवैध निर्माण एवं अतिक्रमण को चिन्हित कर नियम अनुसार कार्यवाही करना सुनिश्चित करें तथा नदी में मिलने वाले नालों के पानी के संबंध में भी विस्तारपूर्वक समीक्षा की।
इसी के साथ उन्होंने समस्त एसडीएम एवं समस्त मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को अतिक्रमण के संबंध में प्राप्त शिकायतों का त्वरित निराकरण करने के लिए भी निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि प्राप्त शिकायतों के आधार पर नियमानुसार सीमांकन कर कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर सोनिया मीना ने समस्त एसडीएम को निर्देशित किया है कि अपने-अपने अनुविभाग के अंतर्गत खुले हुए बोरवेल एवं गड्ढों के लिए सर्व करें एवं ऐसे बोरवेल एवं गड्ढों को त्वरित रूप से बंद किया जाना सुनिश्चित करें। इस संबंध में एसडीम एक प्रमाण पत्र भी जारी करें जिसमें यह उल्लेखित हो कि उनके अनु विभाग में ऐसे गड्ढे एवं बोरवेल नहीं। इसके लिए ईपीएचई विभाग के साथ समन्वय कर उनके द्वारा दी गई अनुमतियों के आधार पर भी सर्वे किया जा सकता है साथ ही ऐसे प्राइवेट कंपनी एवं व्यवसाय जो की बोरिंग का कार्य करते ही उनके साथ बैठक कर इस संबंध में उचित कार्यवाही करें।
बैठक में कलेक्टर ने विस्थापित ग्राम नया धाँई की विद्युत समस्या के संबंध में विद्युत विभाग एवं वन विभाग को निर्देशित किया है कि आपस में समन्वय बनाकर ग्राम की विद्युत समस्या का निराकरण करने के लिए नियमानुसार कार्यवाही करें।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत संचालित सिकल सेल एनीमिया के लिए चलाए जा रहे अभियान की व्यवस्था पूर्वक समीक्षा की। उन्होंने सीएमएचओ नर्मदापुरम को निर्देशित किया है कि इस संबंध में एक कार्य योजना तैयार करें जिसमें प्रतिमाह के आधार पर जांच के लिए लक्ष्य निर्धारित करें। जांच उपरांत आवश्यकतानुसार मरीज को इलाज आदि भी मुहैया करवाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को खराब रेटिंग पर सीएमएचओ नर्मदापुरम को सख्त निर्देशित किया है कि प्राप्त शिकायतों का संतुष्टि पूर्वक निराकरण किया जाना सुनिश्चित करें क्योंकि शिकायतों के निराकरण में विभाग द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसका असर विभाग के साथ-साथ संपूर्ण जिले की रैंकिंग पर भी पड़ रहा है।
कलेक्टर ने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अपने के विभाग अंतर्गत प्राप्त शिकायतों को संतुष्टि पूर्वक निराकृत करें एवं शिकायतकर्ता को उचित मार्गदर्शन भी प्रदान करें। उन्होंने कहा की कलेक्टर स्तर तक कोई भी शिकायतकर्ता ऐसी शिकायत लेकर आता है कि विभाग के अधिकारियों द्वारा उनकी शिकायतों के निराकरण के लिए उचित मार्गदर्शन प्रदान नहीं किया गया है तो ऐसा आचरण कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा एवं संबंधित अधिकारी के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग सहकारिता एवं सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग को अपनी रैंकिंग सुधारने पर विशेष ध्यान देने के लिए निर्देशित किया है।
कलेक्टर ने समय सीमा बैठक अंतर्गत उपार्जन के संबंध में, अपग्रेडेशन, भुगतान आदि की भी विस्तार से समीक्षा की एवं अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि केंद्रों का सतत निरीक्षण करते रहें एवं उपार्जन के उपरांत एक नियत समयावधि के अंदर स्वीकृति पत्र जारी किया जाना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही साथ उपार्जित स्कंध का भुगतान भी किसानों को समय पर किया जाए।
इसी के साथ कलेक्टर ने खरीफ 24 के लिए उर्वरक की उपलब्धता एवं जिले में उर्वरक की स्टॉक मात्रा की भी समीक्षा की।
उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देशित किया है की सिंचाई के संबंध में मिल रही शिकायतों का निराकरण जल्द से जल्द किया जाए। बैठक में कलेक्टर ने समस्त नगर पालिका अधिकारियों को निर्देशित किया है कि मानसून पूर्व ही नाले नालियों की साफ सफाई करना सुनिश्चित करें तथा यह भी सुनिश्चित किया जाए की किसी भी स्थान पर जल भराव की स्थिति न उत्पन्न हो। साथ ही साथ जल स्रोतों की ब्लीचिंग का कार्य भी आवश्यक रूप से किया जाए।
कलेक्टर सोनिया मीना ने बाढ़ आपदा प्रबंधन की भी समीक्षा की एवं संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने समस्त एसडीएम को यह निर्देशित किया है कि अपने-अपने अनु विभाग में ऐसे समस्त स्थान चिन्ह कर लिए जाए जहां पर बाढ़ आने की संभावनाएं रहती है। इसी के साथ राहत एवं पुनर्वास केंद्र को भी चिन्हित कर उन पर सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें जिससे की बाढ़ आपदा जैसी स्थिति के समय किसी भी प्रकार की क्षति ना हो। उन्होंने कहा है कि प्रत्येक गांव जहां पर बाढ़ के समय नुकसान की संभावना रहती है ऐसे स्थान पर गोताखोर, राहत एवं पुनर्वास केंद्र एवं आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही साथ उन्होंने होमगार्ड को भी यह निर्देशित किया है कि नाव, फ्लड लाइट्स, रस्सी, मोटर बोट्स आदि संसाधनों की व्यवस्था पुख्ता रखे एवं समय समय पर मॉक ड्रिल्स भी करते रहे। उन्होनें लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया है कि समस्त पुल, पुलिया आदि का मरम्मत कार्य समय पर पूर्ण किया जाना सुनिश्चित करें एवं बाढ़ प्रभावित पुल पुलिया आदि पर संकेतिक बोर्ड भी लगाए।
कलेक्टर ने अवमानना के समस्त प्रकरणों में जवाब प्रस्तुत करने के लिए सीईओ, सीएमओ, एसडीएम को निर्देशित किया है। साथ ही अगर पूर्व में जवाब प्रस्तुत किये जा चुके हैं तो ऐसी स्थिति में उसको अपडेट भी करवाया जाने लिए भी निर्देशित किया गया। उन्होंने तवा भवन अंतर्गत संचालित समस्त विभागों को यह निर्देश दिए हैं कि भवन में साफ सफाई एवं स्वच्छता बनाए रखें। इस संबंध में कलेक्टर ने अपर कलेक्टर को निर्देशित किया है कि कार्य योजना बनाकर उन्हें आगे की कार्यवाही के संबंध में अवगत कराया जाए।
कलेक्टर ने पचमढ़ी में चल रहे समर कैंप में स्काउट एंड गाइड के लिए ट्रेनिंग प्रदान करने के संबंध में उचित कार्य योजना बनाकर क्रियान्वित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है। साथी अन्य स्थानों पर चल रहे समर कैंप की भी विस्तारपूर्वक समीक्षा की।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एस एस रावत, अपर कलेक्टर डीके सिंह, डिप्टी कलेक्टर बबीता राठौर एवं संबंधित विभाग के जिला अधिकारी उपस्थित रहे।
खबर पर प्रतिक्रिया /कमेन्ट करने के लिए लॉगइन करे Login Page
नए यूजर जुडने के लिए डिटेल्स सबमिट करे New User's Submit Details